जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला : 18 जवान शहीद, जैश-ए-मोहम्मद ने ली हमले की जवाबदेही
{हिमालिनी के लिए मधुरेश प्रियदर्शी की रिपोर्ट}
श्रीनगर {जम्मू-कश्मीर} —
इस वक्त की सबसे बड़ी एवं हृदयविदारक खबर जम्मू- कश्मीर से आ रही है. यहां सेना के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है. जम्मू से श्रीनगर जा रही सीआरपीएफ की 70 गाड़ियों के काफिले पर कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने फिदायीन हमला कर दिया. हमले में 18 जवान शहीद हो गए जबकि 20 जवान घायल हो गये हैं. सीआरपीएफ के इस काफिले में 2500 जवान शामिल थे. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस बड़े आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है. जैश के आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो ने दोपहर 3:15 बजे यह फिदायीन हमला किया. उसने एक गाड़ी में विस्फोटक भर रखे थे. जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला लेथपोरा से गुजरा, आतंकी ने अपनी गाड़ी जवानों से भरी बस से टकरा दी. पुलवामा के काकापोरा का रहने वाला आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था.
जैश ने की पुष्टि, वकास कमांडो ने किया हमला—
जैश-ए-मोहम्मद के प्रवक्ता मुहम्मद हसन ने स्थानीय मीडिया से कहा कि हमारा संगठन सीआरपीएफ के काफिल पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेता है. इस फिदायीन हमले को आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो ने अंजाम दिया. वह पुलवामा के गुंडी बाग से ऑपरेट करता था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीनगर के बादशाह चौक में 2 जून 2018 को सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड अटैक किया गया था. इस हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी. इससे पहले सुरक्षाबलों ने 31 मई की रात को वकास कमांडो का घर जला दिया था. सेना के इस एनकाउंटर में वकास बच निकला था.
सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले के बाद केन्द्र सरकार ने अपनी सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अधिकारियों से इस फिदायीन हमले की जानकारी ली है.