प्रधानमंत्री देउवा की भारत यात्रा, दोनों देशों के सम्बन्धों को सुधारने की दिशा में सार्थक पहल
अप्रैल में नेपाल और भारत के बीच उच्च स्तरीय राजनीतिक यात्रा को तीन साल हो जाएँगे। जबकि जहाँ बिना किसी वजह के भी आना जाना होता था वहीं इतने लम्बे समय तक दौरे नहीं होने की स्थिति यह बताती है कि नेपाल भारत के सम्बन्धों में तिक्तता आ गई थी । प्रधानमंत्री की अप्रैल एक से होने वाली तीन दिवसीय भारत यात्रा निःसन्देह दोनों देशों के बीच सम्बन्धों को सुधारने का काम करेगा। प्र
नेपाली कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. प्रकाश शरण महत का कहना है कि प्रधानमंत्री की यात्रा को एक दूसरे को सुनने और समझने के अवसर के रूप में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘नेपाल और भारत के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होनी है। इन सभी मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी ।
इसी तरह, विदेशी सम्बन्धों के विद्वान गेजा शर्मा वागले ने कहा कि भारत के साथ उच्चतम राजनीतिक और राजनयिक स्तर पर सौहार्दपूर्ण वार्ता और संवाद के लिए द्वार खोलना देउबा की पहली प्राथमिकता होगी। वागले ने कहा, “नेपाल-भारत संबंधों में सुधार और भारत को उच्च स्तरीय राजनीतिक और कूटनीतिक बातचीत के माध्यम से सभी विवादास्पद मुद्दों को हल करने के लिए राजी करना आगामी प्रधान मंत्री की यात्रा का मुख्य एजेंडा होगा।”
प्रधानमंत्री देउबा की यात्रा शुरू होने में महज दो दिन शेष हैं, उच्च स्तरीय राजनीतिक वार्ता का एजेंडा अभी तय नहीं हुआ है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सेवा लम्साल ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री देउबा की भारत यात्रा की तैयारियां चल रही हैं. उन्होंने कहा, “यात्रा के दौरान चर्चा के एजेंडे पर चर्चा जारी है। अभी कुछ भी कहना संभव नहीं है।”