नागरिक उन्मुक्ति पाटी की चेतावनी –रेशम चौधरी की रिहाई नहीं हुई तो प्रदेशसभा की बैठक में अवरोध करेंगे
काठमांडू, १९ पुस –
नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ने चेतावनी दी है कि अगर रेशम चौधरी की रिहाई नहीं हुई तो सुदूरपश्चिम प्रदेशसभा में वे अवरोध करेंगे । सोमवार शुरु हुई सुदूरपश्चिम प्रदेशसभा के पहले अधिवेशन के पहली बैठक में बोलते हुए पार्टी के प्रमुख सचेतक लक्ष्मण किशोर चौधरी ने थारुओं के सबसे बड़े पर्व माघी तक चौधरी की रिहाइ मुख्य शर्त रखी है ।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि चौधरी की रिहाई नहीं हुई तो ऐसी अवस्था में प्रदेशसभा की बैठक में अवरोध करेंगे । २०७२ साल में टीकापुर की घटना हुई । व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए न होकर राजनीतिक अधिकार मागने के क्रम में यह घटना हुई थी । लेकिन इस घटना के कारण राज्य ने थारु समुदाय पर बहुत बड़ा अन्याय किया है । चौधरी ने कहा कि –७ वर्ष तक सरकार निर्णय नहीं दे सकी है । डिल्लीबजार कारागार में रेशम चौधरी और कैलाली कारागार में हमारे बहुत से साथीको बंद ी बनाकर रखा गया है । हमारी मांग है कि माघी पर्व तक उन सभी को निर्शत रिहाई हो । अगर ऐसा नहीं होता है तो माघ के बाद सदन में हम अवरोध करेंगे, संसद चलने नहीं देंगे ।
संघीय सरकार में बाहर रहकर समर्थन देने वाले नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ने रेशम चौधरी की रिहाई की मांग करती आई है । सुदूरपश्चिम प्रदेश में सरकार के गठन में निर्णायक भूमिका निभाते हुए इस पार्टी ने मुख्यमन्त्री में भी दाबा किया है । लेकिन एमाले नेतृत्व के गठबन्धन में भागभण्डा होना अभी बाकी है ।