नेपाल भारत कूटनीतिक संबंध के ७५वीं वर्षगाठ के अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुति
काठमांडू, ७ माघ –स्वतन्त्रता के ७५ वें वर्ष और भारत और नेपाल बीच के कूटनीतिक सम्बन्ध के ७५वां वर्षगाठ के अवसर पर भारतीय राजदूतावास, काठमांडू २०७९ माघ ६ गते ‘सङ्गीत सुकुन’नामक एक साङ्गीतिक कार्यक्रम का आयोजन किया । भारतीय साङ्गीतिक समूह कर्नाटिक २.० और नेपाली साङ्गीतिक समूह कुटुम्ब ने उक्त कन्सर्ट में अपनी अपनी साङ्गीतिक प्रस्तुति दी । कार्यक्रम में भारत के ७४ वें गणतन्त्र दिवस भी मनाया गया । इस अवसर पर भारत जे राजदूत महामहिम श्री नवीन श्रीवास्तव ने स्वागत मन्तव्य देते हुए कहा कि यह संस्कृतिक प्रोग्राम लोगों से लोगों के बीच की दूरी को गहराई से दरसाता है।
उक्त कार्यक्रम में नेपाल के प्रधानमन्त्री श्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचण्ड’, पूर्व प्रधानमन्त्री श्री केपीशर्मा ओली, श्री माधवकुमार नेपाल, डा. बाबुराम भट्टराई, वरिष्ठ नेता श्री महन्थ ठाकुर और श्री राजेन्द्र महतो की भी उपस्थिति थी । कार्यक्रम में माननीय परराष्ट्रमन्त्री श्रीमती विमला राई पौड्याल, माननीय उद्योग, वाणिज्य तथा आपूर्ति मन्त्री श्री दामोदर भण्डारी तथा नेपाली सेना के प्रधान सेनापति महारथी श्री प्रभुरामशर्मा के समेत उपस्थिति थी ।
कार्यक्रम में कर्नाटिक २.० साङ्गीतिक समूह ने परम्परागत कर्नाटक राग और पुराना बॉलिउड गीत को आधुनिक शैली में प्रस्तुत किया । इसी तरह नेपाली साङ्गीतिक समूह कुटुम्ब ने नेपाली मौलिक सङ्गीत प्रस्तुत किया । दोनों साङ्गीतिक समूह ने “ताल के पानी माछीले खानी…” बोल के इस नेपाली लोक गीत भी एक ही साथ प्रस्तुत किया ।
भारतीय साङ्गीतिक समूह कर्नाटक २.० ने कर्नाटक सङ्गीत के विभिन्न रागों को पश्चिम सङ्गीत सँग संयोजन करके सङ्गीत में नया प्रयोग करती आई है । कुटुम्ब विभिन्न नेपाली लोक बाजा प्रयोग करके नेपाली मौलिक सङ्गीत के संरक्षण एवम् प्रवर्धन करके समर्पित साङ्गीतिक समूह है । कर्नाटिक २.० ने आज शनिवार पाटन दरबार स्क्वायर में साङ्गीतिक प्रस्तुति देने का भी कार्यक्रम है ।