Sun. Apr 28th, 2024

ठंड की रफ्तार में कमी नहीं, बीमार हो रहे लोग : विनोदकुमार विश्वकर्मा

winter



विनोदकुमार विश्वकर्मा ‘विमल’, काठमांडू, माघ २ गते ।
ठंड की मार से लोग बीमार हो रहे हैं । थोड़ी सी लापरवाही गंभीर रूप से बीमार कर रही है । उल्टी, दस्त, सिरदर्द, आंख से पानी आना, बुखार, शरीर में दर्द तो आम बात हो गई है । सर्दियों में दिन छोटा होता है, इसकी बजह से शरीर में हॉर्मोन्स का तालमेल बिगड़ जाता है । साथ ही धूप न मिलने के कारण शरीर में विटामीन ‘डी’ की कमी भी हो जाती है । मौसम में उतार–चढ़ाव होने के बाद से मरीजों की संख्या में बृद्धि हो रही है । इससे ज्यादा परेशानी बच्चे और बुढेÞ को होती है । बच्चों में निमोनिया की शिकायत आमतौर पर देखी जाती है । इसके अलावा सर्दी, खांसी, ब्लड–प्रेशर बढ़ना–घटना जैसी आम समस्या भी होने लगती हैं । ठंड का असर छोटे–छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है । निमोनिया, उल्टी व दस्त के कारण बच्चे परेशान है । माँ अपने बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपडेÞ पहनाने के साथ–साथ अन्य प्रकार के प्रबंध कर रही हैं । लेकिन इसके बावजूद ठंड बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही है । डॉ. एस.के. मिश्र ने बताया कि ठंड में बच्चों में ज्यादा वाइरल बीमारी फैलती है । सबसे ज्यादा असर पेट और फेफडेÞ में होता है । पेट में ठंड लगने से बच्चे सर्दी, खांसी, पतला पैखाना, उल्टी, बुखार आदि से पीड़ित हो जाते हैं । इसी प्रकार फेफडेÞ में ठंड लगने से ‘ब्रोनकोलाईटिस’ और निमोनिया से बच्चे पीड़ित हो जाते हैं । उन्होंने बताया कि अचानक ठंड बढ़ जाने से विशेषतः बच्चों पर विशेष नजर रखें । ठंड से बचने के लिए बच्चों को गर्म पानी का भाप भी समय–समय पर देते रहें । बच्चों का सांस फूलने पर तुरंत बच्चे को चिकित्सक के पास ले जाएं ।

कैसे बचें बीमारियों से
दिखावे के चक्कर में अक्सर युवा सर्दियों में गर्म कपडेÞ नहीं पहनते हैं । इसके साथ–साथ बच्चे भी भारी स्वेटर न पहनने की जिद करते हैं । लेकिन इससे उन्हें बुखार, जुकाम और खांसी जैसी बीमारी तुरंत पकड़ लेती है । इसलिए स्वेटर तो पहनें । जरुरत पड़ने पर गर्म टोप और स्कार्फ भी पहनें । गर्मियों के मौसम में हम साफ–सफाई का काफी ख्याल रखते हैं । लेकिन ठंड में सफाई के मामले में थोड़ा लेजी हो जाते हैं । इस लापरवाही से हम इन्फेक्शन का भी शिकार हो सकते हैं । इसलिए हमें रोज नहाना और हाथ धोकर ही भोजन करना चाहिए । सर्दियों में शरीर में विटामीन ‘डी’ की काफी कमी हो जाती है । इस कारण कम से कम ३० मिनट धूप में जरुर बैठना चाहिए । शरीर को ड्रायनेस से बचाने के लिए बदाम का तेल लगाएं । ठंड में काफी लोग पानी पीना भी भूल जाते हैं । इसके कारण पेट का डाइजेशन सिस्टम विगड़ जाता है । इसलिए रोजाना कम से कम ८ से १० ग्लास पानी पीएं । ब्लड प्रेशर बाले मरीज हफ्ते में एक बार चिकित्सक से चेक–अप जरुर करवाएं ।
गर्म कपड़ो में भी तेजी
बढ़ती ठंड से बचने के जुगाड़ में लोग पहले से जुटे थे । लेकिन बीच में मौसम में आए बदलाव से लोग निश्चितता के भाव में आ गए थे । पर एकाएक मौसम के मिजाज ने फिर से बाजार में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ा दी है । गर्म कपड़ों के बाजार में महंगाई का साफ असर दिख रहा है । लोगों की जेब ढ़ीली पड़ रही है । दूसरी तरफ गर्म कपड़ों का खरीदारी के लिए भारी संख्या में लोग फूटपाथ के बाजार, शॉपिंग कम्पलेक्स पहुंचते हैं । दुकान पर जैकेट, स्वेटर, स्टाईलिस बूट आदि की खरीदारी करते रहे एक ग्राहक ने बताया कि गर्म कपड़े घर पर रह गए अचानक ठंड के कारण जैकेट खरीदना पड़ता है ।
बाजार में आज ऊनी के कपड़ों के साथ गर्म जैकेट, मफलर, टोपी, स्वेटर, लैगिंग्स, इनरवियर महिलाओं के लिए गर्म सूट, स्वेटर, जीन्स, स्टाइलिस बूट, शॉल आदि उपलब्ध है । हालांकि गर्म कपड़ों पर भी महंगाई की मार साफ दिखाई देती है, लेकिन मजबूरी में लोग अपने बजट अनुसार खरीदारी कर रहा है । दिन में धूप निकलने के बावजूद शाम होते ही ठंड का असर शुरु हो जाता है, जो धूप निकलने तक कायम रहता है ।
बहुत ठंड ने लोगों की जेब पर बोझ बढ़ा दिया है । गर्म कपड़ों की खरीदारी में जेब ढ़ीली करनी पड़ रही है । छोटे बच्चों की जैकेट की रेंज ६०० रुपये से शुरु है । जबकि बड़ों की जैकेट की रेंज १२०० रुपये से । इसी प्रकार बच्चों के स्वेटर की रेंज ४०० रुपये से शुरु है जबकि बड़ों के लिए यह रेंज १००० रुपये से है । दूसरी ओर महिलाओं के गर्म सूट, स्वेटर, शॉल, जीन्स पैन्ट आदि का रेंज भी पिछले वर्ष के मुकावले १५ प्रतिशत तक बढ़ा है



About Author

यह भी पढें   महोत्तरी जरलहवा टोल की पूरी बस्ती आग से तबाह
आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Loading...
%d bloggers like this: