बेईमान पूछे इमानदार से : कौशल कुमार सिंह
बच्चे सड़क पे और बीबी कमरे में
न कोई ठिकाना, ना कोई मंजिल
बेईमान पूछे इमानदार से,
तेरा औकात क्या है ?
तेरी रोती हुई सुरत और बेजान सा जान,
बिना छत का घर और खाली मकान
फिर भी तेरा ये इमानदारी का बखान !
कोई पूछे तेरा कल तो बताएगा क्या ?
न कोई खाता न कोई पत्री
बस तेरा ये फटा कपड़ा और टुटा मकान
न कर सकते कोई एहसान और न बसा सकते कोई जहान
फिर भी कहते हो अपने को महान
बच्चे सड़क पे और बीबी कमरे में
न कोई ठिकाना, ना कोई मंजिल
बस तेरा ये अहंकार और इमानदारी का ढोल
फिर भी कहते हो सत्य है अनमोल
Loading...