Fri. Mar 29th, 2024

हिमालिनी पत्रिका

बड़े बेआबरू हो कर, तेरे कूचे से हम निकले : डा श्वेता दीप्ति

काठमांडू , हिमालिनी फ़रवरी अंक सम्पादकीय | राष्ट्रधर्म सभी धर्मों से सर्वोच्च होता है और

मिलेनियम चैलेन्ज कॉरपोरेशन क्या सचमुच अहितकर है ? : डा. श्वेता दीप्ति

 क्या वे श्रीलंका की तरह बनना चाहेंगे जिन्होंने इस एमसीसी समझौते को कुछ वजहों से

आजादी की आवाज बनी थी हिन्दी कविता : डॉ. श्वेता दीप्ति 

डॉ. श्वेता दीप्ति, जनवरी अंक 022। प्रत्येक देश का साहित्य अपने देश की भौगोलिक, सामाजिक,

विश्व भाषा हिंदीः अद्यतन संदर्भ – डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय

डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय, अध्यक्षहिंदी विभाग, मुंबई विश्वविद्यालय। आज हिंदी संपूर्ण विश्व में सबसे अधिक बोली और

शिक्षाविद् मंगल प्रसाद साहू (मंगल मास्टर साहेब) का संक्षिप्त परिचय

सच्चिदानन्द चौबे:एक महान कर्मयोगी, महान व्यक्तित्व का धनी, स्वाभिमानी एवं अपने सिद्धान्त के पक्के, अनुशासन

सामाजिक अन्धविश्वास के बीच राजनीतिक क्रान्ति सम्भव नहीं : लिलानाथ गौतम

अन्धविश्वास का शिकार समाज सामाजिक अन्धविश्वास के बीच राजनीतिक क्रान्ति सम्भव नहीं लिलानाथ गौतम, हिमालिनी

सुशासन स्थापित करने में सार्वजनिक खरीद की भूमिका : ई. सत्य नारायण शाह

राष्ट्रीय प्रशिक्षक, सार्बजनिक खरीदप्रक्रिया, २०७८÷०५÷०२ यह एक सर्वविदित तथ्य है कि नेपाल में सार्वजनिक खरीद

शक्ति ही जीवन है, शक्ति ही धर्म है, शक्ति ही सत्य और सर्वत्र है : श्वेता दीप्ति

या देवी सर्वभूतेषू शक्तिरूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। डा.श्वेता दीप्ति, (सम्पादकीय हिमालिनी

‘हिमालिनी’ के साथ सफरनामा (हिंदी दिवस पर विशेष) : डॉ. मुकेश भटनागर

  दक्षिण एशिया की सम्पूर्ण मासिक पत्रिका मुकेश भटनागर, वरिष्ठ पत्रकार, दिल्ली, हिमालिनी अगस्त 2021

राजनीति में ‘रवीन्द्र मिश्र’ आतंक : लिलानाथ गौतम

लीलानाथ गौतम, हिमालिनी अंक अगस्त 2021 । साझा विवेकशील पार्टी के अध्यक्ष रवीन्द्र मिश्र ने

सुशासन स्थापित करने मे सार्बजनिक खरिद की भूमिका : इ.सत्य नारायण शाह

इ. सत्य नारायण शाह, राष्ट्रिय प्रशिक्षक, सार्बजनिक खरिदप्रक्रिया | यह एक सर्वविदित तथ्य है कि

श्री लूनकरणदास गंगादेवी चौधरी साहित्यकला मन्दिर द्वारा स्रष्टाओं को किया गया सम्मानित

काठमान्डू१७जुलाई विश्वव्यापि महामारी कोविड को ध्यान में रखते हुए तथा सरकार द्वारा निर्धारित नियमों का

जनादेश पर परमादेश का प्रहार – उचित या अनुचित ? : डा. श्वेता दीप्ति

डॉ श्वेता दीप्ति, हिमालिनी अंक जुलाई । प्लेटो ने कहा था, “लोकतंत्र से ही तानाशाही जन्म

चुनौतियों से भरा प्रदेश–२ का ‘मधेश स्वास्थ्य विज्ञान प्रतिष्ठान’: ई. सत्य नारायण शाह

  प्रदेश २ के लोगों के लिए बहुत उम्मीद दिखाते हुए, ‘मधेश स्वास्थ्य विज्ञान अकादमी’

प्रकृति के असीमित दोहन का परिणाम मानव भुगत रहा है : श्वेता दीप्ति

सम्पादकीय, हिमालिनी ,अप्रील २०२१ अंक, पिछले कुछ दिनों से काठमान्डू के आकाश में पर्यावरण प्रदूषण

शिक्षा के प्रति गंभीर रहें और आत्मनिर्भर बनें : मीना कौशल

हिमालिनी जैसी विश्व विख्यात पत्रिका द्वारा मार्च अंक को महिला विशेष अंक बनाना अत्यंत प्रसन्नता

43 कवियों की रचनाओं का गुलदस्ता “सृजन सरोवर -रुड़की” काव्य संग्रह का हुआ विमोचन

रुड़की- नवसृजन साहित्यिक संस्था द्वारा प्रकाशित काव्य संकलन “सृजन सरोवर -रुड़की ” का लोकार्पण एक